नई दिल्ली। गुजरात के केवाडिया में स्थित देश के पहले गृह मंत्री लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर की प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ (Statue of Unity) ने कमाई के मामले में नया रिकॉर्ड बनाया है। कमाई के मामले में सरदार सरोवर बांध के पास स्थित स्टेच्यू ऑफ यूनिटी ने दुनिया के सांतवे अजूबे ताजमहल को पीछे छोड़ दिया। जहां सरदार पटेल की प्रतिमा (Statue of Unity) ने एक साल में 63 करोड़ रुपए की कमाई की है वहीं, ताजमहल की कमाई 56 करोड़ रुपए रही है।
भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण द्वारा हाल ही में किए गए आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के मुताबिक ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ देश के श्रेष्ठ 5 स्मारकों में सबसे ज्यादा कमाई करने वाला स्मारक बन गया है। बता दें कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के आम जनता के लिए खुले हुए पूरा एक साल हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत वर्ष 31 अक्टूबर को इसका लोकापर्ण किया था।
हालांकि पर्यटकों की संख्या के मामले में ताजमहल अभी भी टॉप पर है। एक साल में ताजमहल को देखने के लिए 64.58 लाख लोग पहुंचे जबकि स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए एक साल में 24 लाख लोग आये है। इस सूची में आगरा किला, कुतुबमीनार, फतेहपुर सीकरी और लाल किला भी शामिल है। पिछले साल ताजमहल ने सबसे ज्यादा 56.83 करोड़ रुपए की कमाई की थी।
अगर स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की बात करें तो 182 मीटर (597 फीट) ऊंची यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इसे बनाने में कुल 2,989 करोड़ रुपए खर्च हुए है। इस मूर्ति को बनाने के लिए 250 से ज्यादा इंजीनियरों और लगभग 3000 लोगों ने काम किया।