नई दिल्ली। पाकिस्तान (Pakistan) के सिंधी समुदाय ने एक बार फिर अलग सिंधुदेश (Sindhu Desh) की मांग उठाई है। अलग सिंधुदेश की मांग को लेकर सिंधी समुदाय के हजारों लोगों ने कराची में सिंधुदेश के प्रतीक लाल झंडे लेकर मार्च निकाला। अलग देश की मांग लेकर देशभर से जुटे सिंधी नागरिकों ने कराची में गुलशन-ए-हदीद से प्रेस क्लब तक मार्च निकाला। उन्होंने हाथ में झंडे लेकर स्वतंत्र देश की मांग में नारे लगाए और पाकिस्तान से अलग देश बनाने की मांग की।
बता दें कि पहली बार पाकिस्तान (Pakistan) से अलग सिंधुदेश बनाने की मांग 1972 में सिंधी नेता जीएम सईद ने उठाई थी। 1995 में उनके निधन के बाद अलग सिंधुदेश की मांग के आंदोलन को आगे भी जारी रखने के उद्देश्य से एक अलग पार्टी ‘जय सिंध कौमी महाज’ (JSQM) का गठन किया गया। कराची में रविवार के इस मार्च का आयोजन JSQM पार्टी ने ही किया था।
इस मौके पर पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष सुनान कुरैशी और अन्य नेताओं ने वहां उपस्थित लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने अलग सिंधु देश की मांग की मुख्य वजह सिंधी भाषा और संस्कृति पर मंडरा रहे खतरे को बताया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सिंध अपने आप में एक अलग राष्ट्र है, लेकिन पाकिस्तान ने उस पर जबरन कब्जा किया हुआ है।
वहीं दूसरी तरफ इमरान सरकार पाकिस्तान में सिंधी समुदाय के लोगों की आवाज उठाने वाले नेताओं पर कार्रवाई कर रही है। जय सिंध कौमी महाज एक चेयरमैन और अन्य नेताओं पर देश और सरकार के खिलाफ नारेबाजी, विद्रोह और आपराधिक साजिश की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।
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