नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने हाल ही में लॉन्च किये गए अपने महत्वपूर्ण मिशन चंद्रयान 2 के लैंडर विक्रम (Vikram Lander) के बारे में अपडेट देते हुए कहा कि लैंडर विक्रम से सम्पर्क की उम्मीदें लगभग खत्म हो गई है। हालाँकि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर अच्छी तरह से काम कर रहा है। ऑर्बिटर में आठ इंस्ट्रूमेंट होते हैं जो कि सही तरीके से काम कर रहे है।
इसरो प्रमुख के. सिवन ने कहा कि चंद्रयान-2 का आर्बिटर बहुत अच्छा काम कर रहा है। ऑर्बिटर में 8 इंस्ट्रूमेंट्स लगे हुए है और हर इंस्ट्रूमेंट वही काम करता है जो उसे करना होता है। हमने सभी की जांच की है और सभी सही तरीके से काम कर रहे है। अब हमारी अगली प्राथमिकता गगनयान मिशन है।
बता दें कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अंधेरा बढ़ने के साथ ही लैंडर विक्रम से सम्पर्क करने की उम्मीदें समाप्त हो गई है क्योंकि चांद पर अंधेरा इतना घना होता है कि कोई भी चीज देखना मुमकिन नहीं है। ऐसे में दुनिया की कोई भी स्पेस एजेंसी लैंडर विक्रम की तस्वीर नहीं ले सकती है। इसके अलावा चांद पर ये अंधेरा अगले 14 दिन तक बना रहेगा जिसकी वजह से लैंडर विक्रम के सही सलामत रहने की उम्मीदें भी कम ही है।
गौरतलब है कि 7 सितंबर को आधी रात 1:50 मिनट के करीब दक्षिणी ध्रुव पर पहुँचने से पहले विक्रम लैंडर के साथ इसरो का सम्पर्क टूट गया था। हालाँकि वैज्ञानिकों ने लैंडर के साथ सम्पर्क साधने की काफी कोशिश की है लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
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